शिक्षक दिवस भारत में हर वर्ष 5 सितंबर के दिन मनाया जाता है शिक्षक दिवस भारत के द्वितीय राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है। 

शिक्षक को कमजोर न समझे, शिक्षक अपने शब्दों से, सीधा मष्तिष्क पर असर करता है…

आज याद आता है वो अपना स्कूल, जहाँ सीखा बहुत कुछ, और की बहुत सी भूल, बीता है जीवन का जहाँ, एक अहम हिस्सा, आज याद आता है स्कूल का हर एक किस्सा..

वक्त और शिक्षक एक से है लेकिन, शिक्षक समझाकर इम्तिहान लेता है, लेकिन वक्त इम्तिहान लेकर समझाता है…

वैसे तो इन्टरनेट पर, हर प्रकार का ज्ञान मिल जाता है, लेकिन फिर भी अच्छे बुरे की, पहचान तो गुरु ही बताता है… 

एक शिक्षक के पास वह कला है, जो आपको महात्मा गाँधी, भीम राव अम्बेडकर, शहीद भगत सिंह और सुभाष चन्द्र बोस, भी बना सकती है… 

जीने की कला शिक्षक सिखाते है, ज्ञान की कीमत हमे शिक्षक बताते है, किताबो के होने से कुछ नहीं होता, अरे शिक्षक तो बिना किताबो के भी पढ़ाते है… 

गुरु ही है जीवन का आकार, इनसे मिले सफलता का आधार, यही देते है हमे ज्ञान की दीक्षा, जिसे हम कहते है अनमोल शिक्षा… 

गुरु ही है जीवन का आकार, इनसे मिले सफलता का आधार, यही देते है हमे ज्ञान की दीक्षा, जिसे हम कहते है अनमोल शिक्षा…