Guru Nanak Jayanti 2021 – गुरु नानक जयंती क्यों मनाई जाती है?

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Guru Nanak Jayanti 2021
Guru Nanak Jayanti 2021

सिक्ख संप्रदाय जो की सनातन धर्म का ही एक भाग है। सिक्ख धर्म की स्थापना करने वाले गुरु नानक देव जी के बारे में आज हम जानेंगे, जिन्हें नानक देव जी, बाबा नानक, नानक साहब और नानक शाह के नाम से भी जाना जाता है। गुरु नानक देव जी के जन्मदिन को सिक्ख धर्म में गुरु पर्व या प्रकाश पर्व और गुरु नानक जयंती के अलग-अलग नामों से जाना जाता है। Guru Nanak Jayanti 2021 तो आज हम गुरु नानक देव जी के जीवन से जुड़े रहस्य और उनकी जीवनी के बारे में जानेंगे साथ ही यह भी जानेंगे कि गुरु नानक जयंती क्यों मनाई जाती है ? तो चलिए विस्तार में जानते हैं।

Guru Nanak Jayanti 2021 – गुरु नानक जयंती क्यों मनाई जाती है?

गुरु नानक देव जी का जन्म

गुरु नानक देव का जन्म रावी नदी के किनारे स्थित तलवंडी नामक गांव में कार्तिक पूर्णिमा को एक खत्री कुल में हुआ था। तलवंडी पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक नगर है जिस अब ननकाना साहिब नाम से जाना जाता है।

इतिहासकारों की मानें तो नानक जी का जन्म 15 अप्रैल 1469 मैं हुआ था लेकिन प्रचलित तिथि कार्तिक पूर्णिमा की मानी जाती है जो अक्टूबर या नवंबर महीने में दीपावली के 15 दिन बाद आती है कहां जाता है इस दिन गुरु नानक देव जी का जन्म हुआ था।

इनके पिता का नाम मेहता कालू चंद्र खत्री और माता का नाम तृप्ति देवी था। वर्तमान में आज तलवंडी गांव का नाम नानक देव जी के नाम पर ही रख दिया गया है जो अब ननकाना के नाम से जाना जाता है और यह पाकिस्तान में स्थित है।

गुरु नानक देव का बचपन

नानक देव जी बचपन से अति तेजस्वी और बुद्धिमान थे। किशोरावस्था से पहले ही वह सांसारिक विषयों पर उदासीन रहते थे वह अपना अधिकतर समय चिंतन, अध्यात्म और सत्संग में व्यतीत करते थे। Guru Nanak Jayanti 2021

शुरुआती समय में उनका पढ़ने लिखने में ज्यादा मन नहीं लगता था किंतु उनके द्वारा पूछे गए सवालों से उनके अध्यापक भी चिंतन में पड़ जाते थे नानक देव जी के प्रश्नों का उत्तर उन्हें नहीं मिल रहा था जिस वजह से वह हमेशा खोए खोए रहते थे। बचपन के हम ऐसे ही नानक जी कई दिव्य चमत्कारी घटनाएं घटित कर चुके थे जिनके कारण गांव के लोग उन्हें दिव्य व्यक्तित्व वाले समझने लगे थे।

नानक देव जी का विवाह बालपन मैं मात्र 16 वर्ष की आयु में गुरदासपुर जिले के लाखों की नामक स्थान पर रहने वाली कन्या सुलक्खनी से हुआ था। 32 वर्ष की आयु मैं इन के पहले पुत्र श्री चंद्र और 4 वर्ष बाद दूसरे पुत्र लख्मी चंद का जन्म हुआ था। दोनों पुत्रों के जन्म के बाद सन 1507 में नानक अपने परिवार को छोड़कर मरदाना, लहना, बाला और रामपाल चार साथियों को लेकर तीर्थ यात्रा के लिए निकल पड़े।

Why is Guru Nanak Jayanti celebrated – गुरु नानक जयंती क्यों मनाई जाती है?

सिक्ख समुदाय के लोग नानक देव जी के जन्मदिन को गुरु पर्व या प्रकाश पर्व के रूप में मनाते हैं। गुरु नानक जी एक दिव्य व्यक्ति थे। Guru Nanak Jayanti 2021 उनका मन सांसारिक कार्यों में बिल्कुल नहीं लगता था वह ज्यादातर अपना समय भगवान की भक्ति,सत्संग में ही व्यतीत करते थे।

नानक जी को सिक्ख समुदाय का संस्थापक भी कहा जाता है। यह सिक्खो के प्रथम गुरु के रूप में भी जाने जाते हैं यह एक महापुरुष,एक महान धर्म प्रवर्तक भी माने जाते हैं। उन्होंने संसार में धर्म के प्रति फैली अज्ञानता को समझा और धर्म का प्रचार किया, इसलिए इन्हें ईश्वर का दर्जा भी दिया जाता है और इनके जन्मदिन को एक बड़े सिक्ख पर्व गुरु नानक जयंती के रूप में मनाया जाता है।

When is Guru Nanak Jayanti 2021 – गुरु नानक जयंती कब है?

हिंदू कैलेंडर के अनुसार दीपावली के ठीक 15 दिन बाद कार्तिक पूर्णिमा के दिन गुरु पर्व मनाया जाता है ।

2021 के अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 19 नवंबर 2021 दिन शुक्रवार को गुरु पर्व या गुरु नानक जयंती है।

गुरु नानक जी के जीवन के विषय में कुछ जानकारी:

गुरु नानक जी परमपिता परमात्मा के वजूद को निराकार रूप में मानकर उपासना करने में विश्वास रखते थे। वह मानते थे कि ध्यान, प्रार्थना, सत्संग और सेवा करने से परमपिता परमात्मा को पाया जा सकता है।

किंतु सनातन संस्कृति में हर व्यक्ति को उसके अनुसार पूजा पद्धति चुनने की छूट है, जिसमें व्यक्ति साकार और निराकार दोनों रूप से प्रभु की उपासना कर सकता है। Guru Nanak Jayanti 2021 आकार रूप में व्यक्ति ईश्वर की पूजा मूर्ति के रूप में कर सकता है लेकिन नानक देव जी ने कभी किसी पर जोर नहीं डाला कि वह निराकार रूप से पूजा करें।

छोटी सी उम्र में ही नानक जी ने कई भाषाओं को सीख लिया था। इस्लामिक लुटेरो के समय में उन्होंने सूफी संतों से अरबी और फारसी भाषाओं का ज्ञान ले लिया था। बाद में 16 वर्ष की आयु में विवाह हुआ बच्चे हुए लेकिन धर्म परायण गुरु नानक जी ने सांसारिक सुखों को छोड़ तीर्थ यात्रा का निश्चय किया और तीर्थ यात्रा के लिए निकल पड़े।

22 सितंबर 1539 को अखंड भारत की यात्रा कर करतारपुर में गुरु नानक देव जी ने शरीर छोड़ा । नानक जी के बाद उनके अनुयायियों ने सिक्ख संप्रदाय का विस्तार किया।

How is Guru Nanak Jayanti 2021 celebrated – गुरु नानक जयंती कैसे मनाई जाती है?

गुरु नानक जयंती पूरे विश्व में जहां कहीं भी सिक्ख समुदाय के लोग रहते हैं वहां गुरु नानक जयंती बहुत धूमधाम से मनाई जाती है। गुरु नानक जयंती के कई दिनों पहले से ही घरों, दुकानों और गुरुद्वारों में साफ-सफाई की जाती है।

जयंती के 2 दिन पहले से ही गुरु ग्रंथ साहिब का 48 घंटों का अखंड पाठ किया जाता है,जयंती के एक दिन पहले गुरु नानक तथा पंच प्यारों की झांकी निकाली जाती है। जिसे निशांत साहिब और गुरु ग्रंथ साहिब की पालकी के रूप में भी जाना जाता है Guru Nanak Jayanti 2021

गुरुपूरब के दिन सबसे पहले गुरु नाम की प्रार्थनाएं चलती हैं इसी बीच गुरु नाम,गुरु प्रसाद और गुरु आवाहन का कार्यक्रम चलता है। गुरुद्वारे में प्रार्थना के बाद लंगर का आयोजन होता है।

इस दिन भारत के बड़े-बड़े नेता अभिनेता गुरु नानक देव जी के दर्शन करने जाते हैं तथा सिक्ख समुदाय के लोगों को अभिवादन पेश करते हैं। स्कूल, कॉलेजों में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाता है, गुरुद्वारे में नानक जी के जीवन का नाट्य रूपांतरण भी किया जाता है।

गुरु नानक देव की शिक्षाएं:

  1. ईश्वर एक है।
  2. सदैव एक ही ईश्वर की उपासना करें।
  3. ईश्वर सब जगह और सभी प्राणी में मौजूद है।
  4. ईश्वर की भक्ति करने वालों को किसी का भय नहीं रहता।
  5. ईमानदारी से और मेहनत से पूर्ति करनी चाहिए।
  6. कभी भी बुरा कार्य करने के बारे में न सोचे ना किसी को सताए।
  7. सदैव प्रसन्न रहना चाहिए ईश्वर से सदा अपने गलत कार्य के लिए क्षमा मांगनी चाहिए।
  8. मेहनत और ईमानदारी की कमाई से जरूरतमंद को भी कुछ देना चाहिए।
  9. सभी स्त्री और पुरुष बराबर है।
  10. भोजन शरीर को जिंदा रखने के लिए जरूरी है पर लोभ-लालच व संग्रहवृत्ति बुरी है।

आखिरी शब्द :-

गुरु नानक देव जी एक महान व्यक्तित्व के मालिक थे वह सदा दुसरो की मदद और उन्हें सच्चे रास्ते से अवगत कराते थे। उनका मानना था व्यक्ति गलत नही होता गलत होती है उसकी संगत और उसकी प्रवृति। अगर व्यक्ति समय पर संभल जाये तो उसका जीवन सुखमय हो सकता है। गुरु नानक देव के जीवन से हमें बहुत कुछ सिखने को मिलता है। तो आशा करता हूँ आज की यह जानकारी आपको जरुर पसंद आई होगी। अगर पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरुर करे | धन्यवाद ! 

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