भारत एक ऐसा देश है जहाँ विभिन्न प्रकार के धर्म,जाति,रंग.भाषा,संस्कृति के लोग पाए जाते है अर्थात भारत को विभिन्नताओं का देश भी कहा जाता है | भारत को इंडिया,हिंदुस्तान,हिन्द और भारत जैसे नामो से जाना जाता है| विश्व का सबसे बड़ा और लोकतांत्रिक देश है भारत हमारे देश का लोकतन्त्र विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है | तो आज मैं आपके साथ भारत की आजादी के इतिहास से जुडी कुछ रोचक जानकारी लेकर आया हूँ और साथ में मैं आपसे बात करने वाला हूँ की आखिर 15 August kyu manaya jata hai – 15 अगस्त क्यों मनाया जाता है ? अर्थात भारत की आज़ादी में 15 अगस्त के दिन का क्या महत्व है |
सरल शब्दों में कहे तो 15 अगस्त सन 1947 को भारत के नागरिको को ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त हुई थी तभी से इस दिन को भारत की आजादी के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है | यह भारत का एक प्रमुख राष्ट्रीय त्यौहार है |
भारत के इतिहास में इस दिन का बहुत अधिक महत्व है लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है की आज़ादी के इस पावन पर्व को मनाने के लिए इस दिन को ही क्यों चुना गया मतलब की स्वतंत्रता दिवस 15 August ko kyu manaya jata hai तो क्या इसके पीछे कोई ख़ास वजह है तो आइये इसके बारे में विस्तार से जानते है :-
15 August kyu manaya jata hai – 15 अगस्त क्यों मनाया जाता है ?
हर वर्ष 15 अगस्त को भारत की आज़ादी के रूप में अर्थात “स्वतंत्रता दिवस” के रूप में मनाया जाता है | 15 अगस्त सन 1947 को भारत को ब्रिटिश शासन से मुक्ति मिल गयी थी और भारत ने स्वयं को स्वतंत्र घोषित कर दिया था | भारत ने ब्रिटिश शासन की गुलामी की जंजीरों को तोड़ कर स्वतंत्रता का उद्घोष किया था और अपने देश को आजादी दिलाई थी |


इस दिन को भारत के हर राज्य,शहर,जिले,कस्बे,गाँव और देश के कोने कोने में स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है |यह भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय त्यौहार है |15 अगस्त के दिन देश भर ,में सरकारी अवकाश रहता है और देश में भर में हर इमारतो पर आप देश की शान तिरंगे को लहराते हुए देख सकते है |
प्रतिवर्ष देश के प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते है| 15 अगस्त सन 1947 को देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु ने दिल्ली के लाल किले के लाहौरी गेट के उपर से भारतीय राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को फहराया था| यह स्वतंत्रता आज हमे इतनी आसानी से प्राप्त नहीं हुई है | भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में देश के लाखो करोडो नागरिको और स्वतंत्रता सैनानियो ने अपने प्राणों को न्योछावर किया था तब जाकर आज हमे आजादी प्राप्त हुई है |
स्वतंत्रता से पहले स्वतंत्रता दिवस :-
कांग्रेस ने साल 1930 से साल 1950 के बीच प्रतिवर्ष 26 जनवरी को ही स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया था | जवाहरलाल नेहरु के द्वारा लिखी पुस्तकों में वर्णन किया गया है कि 26 जनवरी और 15 अगस्त जैसे दिवसों पर बैठको का आयोजन किया जाता था और स्वतंत्रता के लिए नागरिको को शपत दिलाई थी | 15 August kyu manaya jata hai
इस तरह स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन भारत के नागरिको के बीच राष्ट्रीयता को इंधन के रूप में झोकने के लिए किया गया व स्वतंत्रता देने के लिए ब्रिटिश सरकार को विचार करने के लिए मजबूर कर दिया गया |साल 1929 में लाहौर सत्र में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारत के पूर्ण स्वराज को घोषणा कर दी थी और 26 जनवरी को गणतन्त्र दिवस के रूप में घोषित कर दिया था |
15 अगस्त सन 1947 की वास्तविक आजादी के बाद 26 जनवरी 1950 को प्रभाव में लाया गया और इसे गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाने लगा |
15 August kyu manaya jata hai – 15 अगस्त आज़ादी का सुनहरा दिन :-
भारत की संविधान सभा ने नई दिल्ली स्थित संविधान हॉल में 15 अगस्त को 11 बजे अपने पांचवे सत्र की बैठक की शुरुआत की | सत्र की अध्यक्षता भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने की थी| इस सत्र में जवाहरलाल ने भारत की आजादी की घोषणा करते हुए “ट्रिस्ट विथ डेस्टिनी” नामक भाषण दिया |
सभा में मौजूद सदस्यों ने औपचारिक रूप से देश की सेवा करने की शपथ ग्रहण की| इस सभा में महिलाओ के एक समूह ने भारत की महिलाओ का प्रनिधित्व किया और औपचारिक रूप से विधानसभा को राष्ट्रीय ध्वज भेट किया |
आधिकारिक समारोह की शुरुआत दिल्ली में हो चुकी थी आज भारत एक स्वतंत्र देश घोषित हो चूका था|15 August kyu manaya jata hai नेहरु ने भारत के प्रथम प्रधानमंत्री के रूप में अपना पद ग्रहण किया और वायसराय लार्ड माउन्टबेन ने भारत के पहले गवर्नर जनरल के रूप में अपना पद ग्रहण किया |
15 अगस्त सन 1947 को सुबह 11 बजे संघटक सभा ने भारतीय स्वतंत्रता समारोह आरंभ किया जिसमे अधिकारों का हस्तांतरण किया गया | मध्यरात्रि की घड़ी आयो और भारत अपनी स्वतंत्रता हासिल कर चूका था और एक स्वतंत्र देश बन गया था |


पाकिस्तान का उदय :-
महात्मा गाँधी जो की देश के राष्ट्रपिता के रूप में जाने जाते है उनके नेतृत्व में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भारत के नागरिको ने काफी हद तक अहिंसक प्रतिरोध व्यक्त किया और साथ ही सविनय अवज्ञा आन्दोलन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया | स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद ब्रिटीश सरकार में धर्म को आधार बनाकर लोगो के बीच हिंसक दंगे भड़का दिए जिसके चलते देश के अलग अलग हिस्सों में साम्प्रदायिक दंगे शुरू हो गये इन दंगो को शांत करने के बाद पाकिस्तान का उदय हुआ | कुछ लोगो का कहना था की उन्हें देश का विभाजन चाहिए वह एक अलग देश में रहना चाहते है |
विभाजन के कारण मनुष्य जाति का इतिहास में वतनी ज्यादा संख्या में लोगो का बटवारा कभी नहीं हुआ | लोगो के विस्थापन की संख्या की अगर बात करे तो करीब 1.45 करोड़ लोगो ने विस्थापन की मांग की थी | 15 August kyu manaya jata hai भारत की जनगणना 1951 के अनुसार विभाजन के बाद 72,26,000 मुसलमान भारत छोड़कर पाकिस्तान गये और 72,49,000 हिन्दू और सिख पाकिस्तान छोड़कर भारत आये |
एक तरफ स्वतंत्रता दूसरी तरफ़ बंटवारा :-
लाखो हिन्दू,मुस्लिम और सिख शरणार्थी ने स्वतंत्रता के बाद नयी सीमाओ को पैदल पार कर सफ़र तय किया| पंजाब की सीमाए जहाँ सिख क्षेत्रो को दो हिस्सों में विभाजित किया गया | वहाँ बड़े पैमाने पर महा रक्तपात हुआ| बंगाल और बिहार में भी हिंसा भड़क गई|
राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की मौजूदगी में साम्प्रदायिक दंगो में लगातार हो रही हिंसाओ को रोका गया नई सीमओं के दोनों और तीन लाख से पांच लाख लोग मारे गये| पूरा देश स्वतंत्रता दिवस मना रहा था वहीं दूसरी तरफ गाँधी जी नरसंहार को रोकने के लिए कलकत्ता में रुक गए इधर 14 अगस्त 1947 को पाकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस घोषित किया गया और पाकिस्तान नामक नया देश अस्तित्व में आया,मुहम्मद अली जिन्ना ने करांची में पहले गवर्नर जनरल के रूप में शपथ ली |


स्वतंत्रता दिवस की भव्य तैयारियां :-
स्वतंत्रता दिवस को राष्ट्रीय पर्व के तौर पर भी मनाया जाता है इस दिन सरकारी अवकाश रहता है देश के सभी सरकारी और ऐतिहासिक इमारतो को सजाया जाता है सभी पर देश की आन तिरंगे को फहराया जाता है लाल किले को रंग बिरंगे फूलो और रंग बिरंगी लाईटो से सजाया जाता है |
सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये जाते है लाल किले,राजपथ और इंडिया गेट जैसे स्थानों को नो फ्लाई जोन घोषित कर दिया जाता है सुरक्षा को चाक चौबंध रखना इसलिए भी जरुरी हो जाता है क्योकि देश के प्रतिष्ठित व्यक्ति इस दिन यहाँ मौजूद रहते है और इनकी सुरक्षा बहुत महत्त्व रखती है |
प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर से देश के नाम अपना संबोधन करते है और देश के नागरिको को देश प्रेम से जोड़े रखते है इस दिन बच्चे अपने घरो की छतों पर से पतंगे भी उडाते है | अनेक प्रकार के राष्ट्रीय और संस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है | यह दिन हमे देश की आजादी के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले उन सभी वीर सपूतो की याद दिलाता है जिन्होंने अपने प्राण न्योछवर कर देश को आजादी दिलाई |
तो आशा करता हूँ आज की यह जानकारी 15 August kyu manaya jata hai आपको जरुर पसंद आई होगी अगर पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरुर करे और साथ ही साथ अगर आपको कुछ सिखने को जानने को मिला हो तब भी आप इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करे |धन्यवाद !
!! जय हिन्द जय भारत !!
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